लेखनी कहानी -10-Dec-2022

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प्रियसी जरूरी तो नहीं जीवन संगिनी हो जिससे तुम अपना दुख दर्द बांट सको जिसकी आंखों में तुम आंखे डाल सको जिस पर तुम अपना हक जता सको कह सको जिसको ...

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